Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2022 · 1 min read

मन उदास है

सोचता हूँ, कुछ नहीं सोचूंगा
फिर भी जानें क्यों निराश है।
जाने क्यों हतोत्साहित हूँ,
आज मन फिर उदास है।

Language: Hindi
388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होठों को रख कर मौन
होठों को रख कर मौन
हिमांशु Kulshrestha
नेता जी
नेता जी
Sanjay ' शून्य'
!! सोपान !!
!! सोपान !!
Chunnu Lal Gupta
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
Neeraj Naveed
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
* वक्त  ही वक्त  तन में रक्त था *
* वक्त ही वक्त तन में रक्त था *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कर्त्तव्य
कर्त्तव्य
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मर्दुम-बेज़ारी
मर्दुम-बेज़ारी
Shyam Sundar Subramanian
धर्मी जब खुल कर नंगे होते हैं।
धर्मी जब खुल कर नंगे होते हैं।
Dr MusafiR BaithA
अगर कोई आपको गलत समझ कर
अगर कोई आपको गलत समझ कर
ruby kumari
शाम उषा की लाली
शाम उषा की लाली
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🌺आलस्य🌺
🌺आलस्य🌺
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
Sandeep Kumar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*निरोध (पंचचामर छंद)*
*निरोध (पंचचामर छंद)*
Rituraj shivem verma
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक "रामपुर के रत्न" का लोकार्पण*
Ravi Prakash
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
Raju Gajbhiye
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
Ranjeet kumar patre
2879.*पूर्णिका*
2879.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
" मेरे प्यारे बच्चे "
Dr Meenu Poonia
ज़िंदगी की ज़रूरत में
ज़िंदगी की ज़रूरत में
Dr fauzia Naseem shad
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
#शीर्षक:-तो क्या ही बात हो?
Pratibha Pandey
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
भगवान की पूजा करने से
भगवान की पूजा करने से
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...