मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
छंदबद्ध करने हैं,शब्द काव्य नाम यदि,
मात्रा विधान पहले,सभी सीख लीजिए।
ज्ञान फिर आवश्यक,छंद के विधान का है,
लय यति ध्यान रख,छंद लिख दीजिए।
थाती सब हिंदी के हैं,छंद जो भी पौराणिक
इनको बचाने हेतु, थोड़ा श्रम कीजिए।
काम श्रमसाध्य पर,रोचक सरस अति,
करके सृजन छंद,काव्य रस पीजिए।।
डाॅ. बिपिन पाण्डेय