मधुशाला
मेल कराती है मधुशाला,
जेल कराती है मधुशाला।
जो लेते हैं कमीशन इसमें
उनको ले बैठी है मधुशाला।।
रंग जमाती है मधुशाला,
जंग कराती है मधुशाला।
जो पीता है इस मधु को,
उसे पी जाती है मधुशाला।।
सच बुलवाती है मधुशाला,
झूठ बुलवाती है न्यायशाला।
जो इनके चक्कर में पड़ता,
उनको ले जाता है ऊपर वाला।।
चुनाव जिताती है मधुशाला,
वोटर रिझाती है मधुशाला।
जो इसके चक्कर में पड़ता,
उसे बिगाड़ती है मधुशाला।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम