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24 Jun 2024 · 1 min read

मदिरा सवैया

मदिरा सवैया

भावत रीति पुनीत जिसे वह मानुष संत स्वभाव सदा।
जो सबके प्रति पावन चिंतक है अधिमान प्रभाव सदा।
साहस से शुभ कर्म करे यह वृत्ति सदा फलदायक है।
मानस में प्रिय कृत्य जहां वह चित्त सदा वरदायक है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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