मदहोशी से निकलूं कैसे
मदहोशी से निकलूं कैसे
एहसास ये तेरा कैसा, यह बताऊं कैसे,
मुकम्मल हूं फिर भी अधूरी अधुरी सी लगती हूं,
तेरी सांसो की मदहोशी से निकलूं कैसे
जी तो रही हूं पर बिखरी बिखरी सी लगती हूं।।
सीमा टेलर (छिम़पीयान लम्बोर)
मदहोशी से निकलूं कैसे
एहसास ये तेरा कैसा, यह बताऊं कैसे,
मुकम्मल हूं फिर भी अधूरी अधुरी सी लगती हूं,
तेरी सांसो की मदहोशी से निकलूं कैसे
जी तो रही हूं पर बिखरी बिखरी सी लगती हूं।।
सीमा टेलर (छिम़पीयान लम्बोर)