*** मत, भेद रखिए ***
मतभेद रखिए मन भेद ना रखिए ज़िगर में
जुदा हर शख्स है फिर भी रखिए ज़िगर में
नज़र प्यार की रखिए जाइये ना फ़िगर पे
मत,भेद रखिए इंसां के नाजुक से ज़िगर में ।।
?मधुप बैरागी
मतभेद रखिए मन भेद ना रखिए ज़िगर में
जुदा हर शख्स है फिर भी रखिए ज़िगर में
नज़र प्यार की रखिए जाइये ना फ़िगर पे
मत,भेद रखिए इंसां के नाजुक से ज़िगर में ।।
?मधुप बैरागी