मत केश सँवारो
मत केश सँवारो
तुम मेरे
है चाह नहीं
आभूषण दो;
मैं अन्य गेह को जाऊँगी
उपदेश मुझे
तुम यह मत दो,
माँ मेरी
जिसमें विजय मिले
मुझको तुम
वह जीवन-रण दो।
मत केश सँवारो
तुम मेरे
है चाह नहीं
आभूषण दो;
मैं अन्य गेह को जाऊँगी
उपदेश मुझे
तुम यह मत दो,
माँ मेरी
जिसमें विजय मिले
मुझको तुम
वह जीवन-रण दो।