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11 May 2017 · 1 min read

मतला और एक शेर

आसमानों के ऊपर भी कहीं कुछ जमीं है क्या,
तुम्हारी आँखों में अब तक वही नमीं है क्या।

फुरसत के पलों में आज हमने ये सोंच ही लिया
इधर तुम्हारी है उधर भी हमारी कमीं है क्या।।

“अभिनव”

Language: Hindi
Tag: शेर
564 Views

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