मतभेद
अब विचार नहीं मिलते हमारे,
क्यों न कुछ समय साथ गुज़ारा जाए।
कुछ सोच हैं जो अब पुरानी हो चली हैं,
क्यों न उस सोच को सुधारा जाए ।।
© बदनाम बनारसी
अब विचार नहीं मिलते हमारे,
क्यों न कुछ समय साथ गुज़ारा जाए।
कुछ सोच हैं जो अब पुरानी हो चली हैं,
क्यों न उस सोच को सुधारा जाए ।।
© बदनाम बनारसी