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1 May 2024 · 1 min read

मज़दूर दिवस

मजदुरा रे मजदुरा रे
बदल दे अब दस्तुरा रे…
(१)
तू तो दुनिया का
भाग्य विधाता
कैसे हुआ मजबुरा रे…
(२)
तू गरीबी में
पैदा हुआ
तेरा क्या कसुरा रे…
(३)
मेहनत करता
जब पूरी तो
दाम क्यों ले अधूरा रे…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#मजदूर_दिवस #श्रमिक #तनख्वाह
#मेहनताना #ठेकेदार #शोषण #श्रम
#अधिकार #इंसाफ #मजदूरी #पैसा
#पसीना #मेहनतकश_अवाम #हक

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
132 Views
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