मजबूरी कैसी?
ये कैसी मजबूरी थी।
किसी ने मजबूरी को हथियार बनाया।
किसी की मजबूरी ने होशियार बनाया।
किसी को मजबूरी ने कमजोर बनाया।
किसी की मजबूरी ने पुर_ जोर बनाया।
किसी को मजबूरी ने महान बनाया।
किसी की मजबूरी ने गुणवान बनाया।
किसी की मजबूरी ने शैतान बनाया।
ईश्वर की मजबूरी थी ,जो तुझे इन्सान बनाया।
मजबूरी कहां से कहां ले जाती है।
मजबूरी क्या से क्या कराती है।
जिसे तू मजबूरी समझता है,
वह तेरी शक्ति होती है!