मजदूर दिवस
वो तमाम उम्र रोटी पर नमक और प्याज रख कर अपनी भूख मिटाता रहा और देश का पेट भरने को अनाज उगाता रहा। और एक अमीर आदमी डाइनिंग टेबल पर सजी चांदी की प्लेट में उसी अनाज से बनी रोटी खाता रहा और अपनी तिजोरी भरता रहा। लेकिन दोनों को अंत समय में समान रूप से क्या मिला देखिए …… “चार हाथ का कफन, चार काँधे, जलाने को लकड़ी, 1 पैकेट घी और एक माचिस की तीली” यही तो है इस जीवन का सत्य
वीर कुमार जैन