मगध बनाम मिथिला।
मगध बनाम मिथिला।
-आचार्य रामानंद मंडल
नौ महाजनपद मे मगध महाजनपद सर्वशक्तिमान रहय।
मगध सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के जन्म मगध साम्राज्य के राजधानी पाटलिपुत्र (पटना) मे ३४५ईपू भेल रहे। सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य,मौर्य साम्राज्य के स्थापना कैलन।समूच्चा भारत के एकटा साम्राज्य के अधीन लाबे के काज कैलन।वो ३२०ईपू से २९८ईपू तकि शासन कैलन। वो आचार्य चाणक्य के सलाह से शासन चलैलन।
सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के पोता आ सम्राट बिन्दुसार के पुत्र सम्राट अशोक के जन्म ३०४ ईपू भेल रहय।वो २६९ईपू से २३२ईपू मगघ साम्राज्य पर शासन कैलन।आ हिंदू कुश से गोदावरी नदी आ वर्तमान बांग्लादेश से लेके पच्छिम मे अफगानिस्तान आ ईरान तक साम्राज्य विस्तार कैलन।आ अखंड भारत पर राज कैलन। सम्राट अशोक का राज्य वर्तमान मे भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश,भूटान, म्यांमार आ ईरान तक फैलल रहय।
सम्राट अशोक भगवान बुद्ध के अनुआयी रहलन।आ बौद्ध धर्म के भारत से बाहर विस्तार कैलन।आइयो भारत के बुद्ध के धरती कहल जाइ हय।
बौद्ध मठ के विहार कहल गेल हय।अइ लेल बंगाल से बंटबारा के बाद नव राज्य के नाम विहार पड़ल।अइ लेल मिथिला आ मैथिली के नाम पर बिहार आ मगध के बदनाम करनाई अनुचित हय।अइसे भगवान बुद्ध सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक आ आचार्य चाणक्य के नाम बदनाम होइ हय।
एनी हिमालय से दक्षिण, गंगा से उत्तर गंडकी नारायणी से पूरब आ कोशी से पच्छिम मिथिला राज रहे। जेकर राजधानी जनकपुर रहय। राजा जनक रहलन।धिया सीता के जन्म मिथिला (भारत) मे भेल रहय।अयोध्या के राजकुमार श्री राम से सीता के बिआह भेल रहय। हिंदू धर्म मे सीता के जगज्जननी मां सीता आ श्री राम के भगवान मानल जाइ हए।
मिथिला राज्य निर्माण के मांग सर्वथा उचित आ संवैधानिक हय। परंतु अइमे घृणा आ उपेक्षा के कोई स्थान न हय।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।