मकर संक्रांति
शरद ऋतु में आया प्रथम त्योंहार
लाता जीवन खुशियां अपार
तिल, गुड़ गज्जक की मिठास
कराता अपनापन का अहसास
शनि की राशि मकर है खास
दक्षिणायन से उत्तरायण में वास
स्नान, ध्यान, दान, पूजा जाप
भारत में होते हैअलग-अलग नाम
पोंगल,सक्रांति,बीहु,खिचड़ी सक्रांत
मकर संक्रांति पर महिमा है अपार
नई फसलों का होता कटाई का काम
पर्व पर पतंग उड़ाते सब आसमान
सब के मन को भाते मीठे पकवान
श्रृद्धा विश्वास का पर्व बढाऐं मान
छोटों से नेह बडे़ जनों करते सम्मान
पिठ्ठू कन्दुक से खेल करें पूरे अरमान
बचपन की यादें ताजा लगे स्वर्ग समान
त्योहार आता है प्रथम खुशियां अपरम्पार
नफरत को भुला कर बढा़ देता है प्यार
भारत त्योहारों का देश रहते है संस्कार ।
-सीमा गुप्ता,अलवर