मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
पेट कराये पाप सब, ऊँच-नीच संसार
—महावीर उत्तरांचली
मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
पेट कराये पाप सब, ऊँच-नीच संसार
—महावीर उत्तरांचली