Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2024 · 2 min read

मंदिर का निर्माण फिर फिर । हो जमींदोज मंदिरों का निर्माण फिर फिर।

हैं जो अंकुरित बीज मिट्टी में कभी दबते नही।
वीर होनहार चिकने पात कभी छिपते नही।
किया खंडित मुस्लिम आक्रांताओं ने।
जमींदोज किया भारतीय संस्कृति सभ्यता उपासना स्थल को।
तोड़ मंदिरों को बनाएं मस्जिद।
हटा न सके आम्र पत्र कमल और कलश जो था प्रस्तरों पर उत्कीर्ण।
मंदिर का निर्माण फिर फिर ।
हो जमींदोज मंदिरों का निर्माण फिर फिर।
सूरज छिपता नही आसमान में।
भ्रम है ये लोगो का जो पृथ्वी हट जाती पीछे।
तो प्रकाश वहां जमीं पर उतरता नही।
सामने को पड़ती धरा बिखेर देता अपनी रश्मि को।
है सत्य शाश्वत सनातन धर्म।
अरबों वर्ष से इस धरा पर अवतीर्ण।
मंदिर का निर्माण फिर फिर।
हो मंदिर का निर्माण फिर फिर।
ज्ञानवापी, संभल हरिहर मंदिर,।
कुतुबमीनार,ताजमहल, अजमेर दरगाह।
टिके है सारे मंदिरों के नींव पर।
तरस न आई बनाने वाले जीव पर।
होकर एक करना पड़ेगा हर हिंदुओ को।
अपने उपासना स्थलों के छिपे रहस्य को पूर्ण।
मंदिर का निर्माण फिर फिर।
हो मंदिर का निर्माण फिर फिर।
हो बाबर औरंगजेब या हुमायूं अकबर शाहजहां।
मीनारों को ढहा कर जिसने किया गुंबदों का निर्माण।
लड़े गुरु तेगबहादुर जैसे हिन्दू जांबाज।
इस्लाम को कबूल न किया।
भले हलक से चली गई जान।
दबे हुए मलबों से रही अगली जंग फिर छिड़।
मंदिर का निर्माण फिर फिर।
हो मंदिर का निर्माण फिर फिर।
अनपढ़ है वो जीते जी जो अपने धर्मग्रंथ को पढ़ा नही।
जो अपने जाति, देश, समाज भूमि के लिए लड़ा नहीं।
चैतन्य नही वो जड़ है।
जो देशहित में खड़ा नही।
मजार ही या दरगाह हो।
सबका यहां सम्मान हों।
पर किसी के पुराने उपासना स्थलों से नही छेड़छाड़ हो।
अगर हुआ ऐसा तो वो जायेंगी।
क्षण भर में गिर।
मंदिर का निर्माण फिर फिर।
हो मंदिर का निर्माण फिर फिर।

RJ Anand Prajapati

Language: Hindi
14 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
उन लम्हों को..
उन लम्हों को..
हिमांशु Kulshrestha
फ़ानी है दौलतों की असलियत
फ़ानी है दौलतों की असलियत
Shreedhar
होली
होली
Neelam Sharma
मेरे रहबर मेरे मालिक
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
യാത്രാമൊഴി.
യാത്രാമൊഴി.
Heera S
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
Ranjeet kumar patre
हक -हुकूक -हसरत हल्ला मचा रही है
हक -हुकूक -हसरत हल्ला मचा रही है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"सुकून"
Dr. Kishan tandon kranti
LEAVE
LEAVE
SURYA PRAKASH SHARMA
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
राखी का मोल🙏
राखी का मोल🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
sp61 जीव हर संसार में
sp61 जीव हर संसार में
Manoj Shrivastava
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
* मन में कोई बात न रखना *
* मन में कोई बात न रखना *
surenderpal vaidya
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
Chahat
Chahat
anurag Azamgarh
हम न होंगे तो ये कहानी बेअसर हो जायेगी,
हम न होंगे तो ये कहानी बेअसर हो जायेगी,
Jyoti Roshni
2728.*पूर्णिका*
2728.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद
खुद
Swami Ganganiya
ज़िंदगी से थोड़ी-बहुत आस तो है,
ज़िंदगी से थोड़ी-बहुत आस तो है,
Ajit Kumar "Karn"
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
पूर्वार्थ
मेरी ख़्वाहिशों में बहुत दम है
मेरी ख़्वाहिशों में बहुत दम है
Mamta Singh Devaa
कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब'
कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब'
komalagrawal750
मां कात्यायिनी स्तुति
मां कात्यायिनी स्तुति
मधुसूदन गौतम
.
.
*प्रणय*
तू अपने दिल का  गुबार  कहता है।
तू अपने दिल का गुबार कहता है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...