मंजिल
तुम्हारी और मेरी मंजिल एक है।खून तुम्हारा और मेरा एक है। धर्म तुम्हारा और मेरा एक है। कर्म तुम्हारा और मेरा एक है। चलो आयो मिलकर हम कुछ खास करेंगे।याद रखेंगी दुनिया ऐसा इतिहास रचेंगे।।
तुम्हारी और मेरी मंजिल एक है।खून तुम्हारा और मेरा एक है। धर्म तुम्हारा और मेरा एक है। कर्म तुम्हारा और मेरा एक है। चलो आयो मिलकर हम कुछ खास करेंगे।याद रखेंगी दुनिया ऐसा इतिहास रचेंगे।।