मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
एक दिन आहट मेरी होगी और एहतराम तू करेंगी।।
Phool gufran
मंजिल की तलाश जारी है कब तक मुझसे बचकर चलेगी तू ।
एक दिन आहट मेरी होगी और एहतराम तू करेंगी।।
Phool gufran