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27 Jun 2023 · 1 min read

मंजिलें

हम दिलों जां से अपनी डगर चल दिए
जिस तरफ दिल कहे हम उधर चल दिए

मंजिलें हैं मगर रास्ते हैं नहीं
हम मुसाफ़िर हुए बेख़बर चल दिए

शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़,हरियाणा

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