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लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
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4 Jan 2025 · 1 min read
मंज़िल
मंज़िल
फिर किसी को हमने मंजिल न कहा,
एक तुमसे मिलने के बाद।
✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा ‘
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