Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2024 · 1 min read

मंज़िल पाने के लिए जिंदगी का ज़हर भी घुंट बनाकर पीना पड़ता ह

मंज़िल पाने के लिए जिंदगी का ज़हर भी घुंट बनाकर पीना पड़ता है,
लफ्ज़ों को संभाल कर हर एक कदमों को मिलाकर चलना पड़ता है,
रास्तों में तुम्हें बहुत से जख्म मिलेंगे और बहुत से दर्द मिलेंगे,
लेकिन कोई सहारा नहीं देगा बस तुम्हें खुद का साथ मिलेगा पर कोई दूसरा नहीं मिलेगा…..

54 Views

You may also like these posts

एक सवाल
एक सवाल
Lalni Bhardwaj
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
बुद्ध पर वार है।
बुद्ध पर वार है।
Acharya Rama Nand Mandal
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
Neelam Sharma
जिंदगी से जिंदगी को ,
जिंदगी से जिंदगी को ,
रुपेश कुमार
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
बहाने
बहाने
पूर्वार्थ
धर्म और विडम्बना
धर्म और विडम्बना
Mahender Singh
"सब कुछ तो भाग्य विधाता है"
Ajit Kumar "Karn"
"इस तरह"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
युग प्रवर्तक नारी!
युग प्रवर्तक नारी!
कविता झा ‘गीत’
#हे मा सी चंद्रिके
#हे मा सी चंद्रिके
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बाल श्रमिक
बाल श्रमिक
उमा झा
■ सच साबित हुआ अनुमान।
■ सच साबित हुआ अनुमान।
*प्रणय*
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोहा
दोहा
Sudhir srivastava
भारत सनातन का देश है।
भारत सनातन का देश है।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*शिशुपाल नहीं बच पाता है, मारा निश्चित रह जाता है (राधेश्याम
*शिशुपाल नहीं बच पाता है, मारा निश्चित रह जाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
यह मेरी इच्छा है
यह मेरी इच्छा है
gurudeenverma198
मायका
मायका
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
Lokesh Sharma
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
Ram Krishan Rastogi
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
Dr Archana Gupta
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
Kanchan Khanna
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
Shreedhar
मेरा तकिया
मेरा तकिया
Madhu Shah
कलम
कलम
अखिलेश 'अखिल'
Loading...