*मंगल मिलन महोत्सव*
#मंगल_मिलन_महोत्सव
■ अगहन पंचमी : राम-जानकी विवाह उत्सव
[प्रणय प्रभात]
आज 05 दिसम्बर को मार्गशीर्ष अर्थात अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। संयोहवश दिवस भी गुरुवार है, जो मांगलिक माना जाता है। ऐसे में हमारे आराध्य के मंगल-मिलन के महोत्सव की वर्षगांठ भी हो, तो आनंद ही कुछ और है। आज सम्पूर्ण विश्व-वासी सनातनी समाज के लिए आह्लाद का अलौकिक दिन है। सदियों पूर्व त्रेता-युग में इसी दिन अखिलकोटि ब्रह्मांड-नायक, रघुवंश-शिरोमणि, मर्यादा-पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम ने मिथिलेश-नंदिनी, वैदेही मां जानकी जी का वरण किया था।
इतना शुभ प्रसंग हो और आयोजनों से विलग हो, ऐसा तो उत्सवधर्मी सनातन समुदाय में हो नहीं सकता। होगा भी नहीं। विशेष-रूपेण पुराण-वर्णित अवधपुरी में भगवान श्री राम के अपनी जन्मभूमि स्थित भव्य भवन में विधिवत विराजमान हो जाने के बाद। जहां से राम जी की मंगल-बारात नेपाल की सीमा में आने वाले जनकपुर गई हुई है। आज जनकपुर सहित देश-दुनिया के अनेक स्थानों पर विवाह पंचमी मनाई जा रही है। आज भगवान राम और माता सीता के शुभ-विवाह का उल्लास छाया हुआ है।
आप सभी को इस विशेष तिथि तथा विशिष्ट प्रसंग की हार्दिक मंगलकामनाएं। इस आह्वान के साथ, कि जहां हैं वहीं घराती-बराती होने का आभास करें। अपने घर या आस्था-केंद्र को अवध व मिथिला मानें और उमंग व उत्साह के साथ इस विशेष महा-महोत्सव का आनंद सपरिवार उठाएं। जय जय सियाराम।।
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●सम्पादक●
-न्यूज़&व्यूज़-
श्योपुर (मप्र)