भोले मुझपे रहम कर
तर्ज- सनम रे सनम रे
हो वो हो वो हो वो वो वो…..
नंगे नंगे से मै तेरे द्धार पे आऊं रे ,
दूध ,शहद , जल तुझपे चढ़ाऊँ रे ,
तेरा ही नाम जपूँ की झूम के नाचूँ मै ,
हौले हौले तेरे दरश को ,तेरी राह तकूँ ,
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
रहम रे रहम रे , ज़रा मुझपे रहम कर रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
तेरे करीब मै आकर भोले अर्जी सुनाऊँ रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
हो वो हो वो हो वो वो वो…..
कितनो का भोले तूने दुःख दूर किया है ,
बाझँ को पुत्र अंधे को रौशनी दिया है ,
पूरी दुनिया में भोले बस तेरा ही छाया है,
मेरा मुकद्दर चमका दे तू
नैया पार लगा दे तू
तेरे चरणों में ही बिताने मुझको
अपने सारे जनम रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे
रहम रे रहम रे , ज़रा मुझपे रहम कर रे
भोले रे ,भोले रे, सुनो मेरे प्यारे भोले रे