!!भोर का जागरण!!
!!भोर का जागरण!!
आज बहुत दिनों बाद भोर का सुन्दर व सुहाना पल देखने को मिला। वही शुद्ध प्राकृतिक हवाएं, चिड़ियों की चाहचाहट, कोयल की कुक, पपीहे की टेर सुनने को मिला। एक तरह से मानों की ऐसा लग रहा था कि मृतलोक में स्वर्ग की अनुभूति हो रही है।
@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार।