भोजपुरी भाषा
बापो के बपौती हउवे भाषा भोजपुरी मोर
अउरी भाषा हुण्डा चाहें रेहन – बँटाई हऽ
भाषा मोर गरमी में सीतल बयार लागे
सीत के महीनवा में गरम रजाई हऽ
जीभि के सवादो में ई चटनी पोदीना के हऽ
पौष्टिक में दूध, दही, माखन, मलाई हऽ
‘अवधू’ हो ढेर बाटे जग में मिठाई बाकी
भोजपुरी भाषा मोर राबड़ी मिठाई हऽ
एतना मधुर हौवे भाषा भोजपुरी मोर
हर शब्द निकलेला मधु रस बोरि के
शब्द ई मुखर होला केहू का जुबान से तऽ
राखि देला केहू के करेजा झकझोर के
जनमे से हमनी के भोजपुरी सरबत
बाप-दादा एतरे पिअवले बा घोरि के
पहिले के जननी बालक जनमतुआ के
चानी पर राखें तेल जेतरे चभोरि के