भोजपुरी ग़ज़ल
प्रीत पानी पराग हव रिश्ता
फूँक दे घर उ आग हव रिश्ता
जोतले खेतवा कै उ लगै माटी
कभ्भो जामल स साग हव रिश्ता
साथ रहला पै पाँख बगुला कै
जे बिगड़ जाये दाग हव रिश्ता
कभ्भो लागै उ रोवत कुक्कुर
कभ्भो त भैरव राग हव रिश्ता
बावफा हो त स्वर्ग जन्नत हव
बेवफा हो त नाग हव रिश्ता
एक सम्बन्ध “महज़’ गमला हव
फूलल फूलवा कै बाग हव रिश्ता
Dr. Mahendra Narayan Mahaj