भोजपुरिया दोहा दना दन
रच दोहा भोजपुरिया, जमे रास-ओ-रंग
होरी के त्योहार मा, ज्यों चढ़ि जावे भंग // 1. //
यूपी-बिहार मा खिली, भोजपुरी के धूप
हिन्दी भासी क्षेत्र के, मधुर बरा ई रूप // 2. //
गीत गजब भोजपुरिया, नाच दिवाने झूम
गावो हियरा खोलि के, धोरति-अम्बर चूम // 3. //
ओ पुरवा के झोंकवा, ले जा तू सन्देस
हूक उठत बा सखि हिया, सजन भये परदेस // 4. //
कारे-कारे बदरवा, बरसो जमके खूब
चमके-दमके बिजुरिया, रुकि जा रे महबूब // 5. //
झुकी-झुकी बोलत पिया, कानों मा ये बात
नयनो के कजरा कहे, न्यारी लागे रात // 6. //
ठुमक-ठुमक के मोरवा, नाच दिखावे जोर
जानि गए री! सखि पिया, सजन बरे चितचोर // 7. //
देसिया बसे देसवा, विदेसिया परदेस
बिरहा प्रानी ना बसे, लगे हिया के ठेस // 8. //
दुलहनिया के पर लगे, बांध लगनवा डोर
बाँह पिया के झूलती, ओर दिखे ना छोर // 9. //
•••