भूल गया (विवेक बिजनोरी)
“जबसे होश संभाला है खुशियों का जमाना भूल गया,
इससे अच्छा पहले था अब हँसना हँसाना भूल गया।
पहले ना थी चिंता कोई बेफिक्रा मैं फिरता था,
अब अपनी ही चिंताओं में मुस्कुराना भूल गया।।”
(विवेक बिजनोरी)
“जबसे होश संभाला है खुशियों का जमाना भूल गया,
इससे अच्छा पहले था अब हँसना हँसाना भूल गया।
पहले ना थी चिंता कोई बेफिक्रा मैं फिरता था,
अब अपनी ही चिंताओं में मुस्कुराना भूल गया।।”
(विवेक बिजनोरी)