भूख
भगवान भूखा हैं भक्त की भक्ती के लिए,
भक्त भूखा हैं भगवान के आशीर्वाद के लिए,
अमिर भूखा हैं पैसो के लिए,
गरीब भूखा हैं दो वक्त की रोटी के लिए,
यहाँ हर कोई भूखा हैं किसी ना किसी के लिये…..
वो भूख ही तो है जो इंसान से मेहनत करावाती हैं,
वो भूख ही तो है जो इंसान को सपने दिखाती हैं,
वो भूख ही तो है जो जीवन में आगे बढ़ने के लिये प्रेरीत करती हैं,
इस भूख को मिटाने के लिए कोई कुछ भी कर सकता हैं,
लेकिन जो भी करना हैं, ईमानदारी के मार्ग
पर चलकर ही करना हैं|