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22 Feb 2021 · 1 min read

भूख और प्यास

प्यासे को प्यासा लखै एक बूंद की आस।दो ही चाहत मिलन को मिट जाये प्यास।।जब तक प्यास अधूरी है जब पिलू एक एक बूंद।प्यासे को ही मालूम है की मत एक एक बूंद।। भूख जब लगती है सब कुछ अच्छा लगता है।उसे क्या पता भूख की परिभाषा। जिसने कभी भूख को न देखा

Language: Hindi
212 Views
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