भुला न पाऊँगी तुम्हें….!
सच कहा था तुमने भुला ना पाऊँगी तुम्हें..
वो लम्हें, वो ख्वाब ओ ख्याल,
भट्कु जो मैं, तो समझाना तेरा
रूठने पर मुझे, मनाना तेरा
मीठा से झगड़े पे चिढ़ना तेरा.
माथे की शिकन पे इतराना तेरा.
उदासी मे मेरी रो जाना तेरा.
खुशी मे मेरी, मुस्कुराना तेरा.
गोद में तेरी सो जाना तेरा
भूल नहीं पाई दूर जाना तेरा.
बेहोस कर जाता है याद आना तेरा
बिताए लम्हो को भूल जाना तेरा….
सच ही कहा था तुम्हें भुला ना पाऊँगी तुम्हें..
मुद्गल..