भाव तो हैं,
भाव तो हैं किन्तु मेरे पास, वह आव़ाज तो है ही नहीं,
दर्द तो है किन्तु, मेरे पास, नखरे नाज तो हैं ही नहीं |
किस तरह से छाऊँ महफिल में, बता दो तुम मुझे नुस्खा कोई,
गीत तो हैं किन्तु मेरे पास, स्वर ओर साज तो है ही नहीं |
भाव तो हैं किन्तु मेरे पास, वह आव़ाज तो है ही नहीं,
दर्द तो है किन्तु, मेरे पास, नखरे नाज तो हैं ही नहीं |
किस तरह से छाऊँ महफिल में, बता दो तुम मुझे नुस्खा कोई,
गीत तो हैं किन्तु मेरे पास, स्वर ओर साज तो है ही नहीं |