भारत रत्न लौह पुरुष सरदार पटेल के प्रति ..
भारत रत्न लौह पुरुष सरदार पटेल
सिंह समान गर्जना स्वर में किन्तु हृदय अति कोमल था.
आँधी जैसी चाल तुम्हारी, साथ तुम्हारे दल-बल था.
मानचित्र था पल में बदला भारत को गणराज्य बना,
किया असंभव कार्य सहज ही देश प्रेम जो संबल था.
क्रोधित आँखें लाल-लाल कर किया पराजित जीत लिया
बल प्रयोग कर एक सूत्र में सब राज्यों को बाँध दिया.
भारत रत्न व लौह पुरुष-पद पाकर उसका मान रखा,
नाडियाड गुजरात धन्य वह जिस पर तुमने जन्म लिया.
–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’