भारत माता के सच्चे सपूत
लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री
भाषा हिंदी
विषय शहीद
विधा स्वच्छंद कविता
शीर्षक भारत माता के सच्चे सपूत
हम अग्निवीर हम शूरवीर महाराणा प्रताप के वंशज।
भारत माता के सच्चे सपूत हम भारत के हैं रक्षक ।
देश के सिपाही सीमाओं के प्रहरी हम से ही सुरक्षित धरा हम काल तुम्हारे हैं सुन हे अरि।
शांति काल हो या हो युद्ध की घड़ी , हम भारत की सेवा में समर्पित हर पल वारी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति दूत समग्र विश्व आपदा प्रबंधन में तत्पर।
जान की बाजी लगा हम मानव हित राष्ट्र हित को हृदय से समर्पित।
दुश्मन के काल मुसीबत मैं सहायक सिद्ध हो मित्र आपके ।
सीमाओं पर डटे सर्दी गर्मी तूफ़ान झंझावात झेलते, हम ही सतत सहायक।
एक ही नारा हमारा सर झुकाना सीखे नही । भारत मां के रक्षक ।