भारत देश हमारा प्यारा ।
भारत देश हमारा प्यारा ।
सर पर ताज हिमालय इसके,पाँवों में है गंगा धारा।
जन गन मन अधिनायक जय हे,हमको प्रिय ये गान हमारा।
भारत की वादी में गूँजे,वंदे मातरम मधुरिम नारा।
इसकी तो माटी भी चन्दन,जो महकाये ये जग सारा।
संस्कारों में पलता बचपन,फैलाता जग में उजियारा।
सीमा पर रहते हैं सैनिक,दुश्मन का करने निबटारा।
मगर धर्मनिरपेक्ष देश में,धर्मों से होता बंटवारा।
भेदभाव से ऊंच नीच से,करना होगा हमें किनारा ।
आज एकता कायम रखना, फ़र्ज़ हमारा और तुम्हारा ।
आओ कदम मिलाये जिससे,झंडा ऊँचा रहे हमारा।
डॉ अर्चना गुप्ता
11-10-2018
मुरादाबाद