भारत की विशेषता
✒️जीवन ?की पाठशाला ?️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की भ्रमण करने के लिए पूरी दुनिया भी कम है और निहारने -चाहने और बहुत कुछ नया सीखने के लिए हमारा देश ही बहुत है ,जहाँ नई नई जुबान -भाषा -तहजीब -संस्कृति और वहां की वेशभूषा -खानपान -ऐतिहासिक स्मृतियाँ और ना जाने क्या क्या …अनेकता में एकता -भारत की विशेषता …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब दिल के ऊपर दिमाग हावी हो जाता है तो कब हम -मैं में बदल जाता है पता ही नहीं चलता …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब भी जिंदगी समय के साथ मिलकर आपके विपरीत होकर खेले तो शुक्रिया अदा करना चाहिए उस मालिक का की उसने आप पर रहम किया और अब वो आपके सारे जाने अनजाने गुनाहों को काटने जा रहा है ,आपके रस्ते से कांटे हटा कर फूल बिछाने की तैयारी कर रहा है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की बहुत ज्यादा या कहें की जरुरत से ज्यादा शरीफ और तमीजदार होने का सबसे बड़ा नुक्सान यह यह की ज्यादातर बातें दिल में ही रह जाती है -दफ़न हो जाती हैं …!
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क ? है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
?सुप्रभात ?
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
?जयपुर -राजस्थान ?