भारत की नई तस्वीर
आज हिंद की गति को देखो , बड़े हुए अब कद को देखो
विकसित भारत के कदमो को, नये भारत की शक्ति देखो
कल तक तुमने इस भारत को, नहि सही आंकलन जाना है
नवयुग के इस शंखनाद को, अभी अभी तो पहचाना है
बड़ती लहर तिरंगा देखो , संग केसरिया शक्ति देखो
जल थल नीलगगन में जाकर, नव इन्द्रधनुष लहराए है
नारी ने उपलब्धि के नये , कुछ परचम नव फहराए हैं
याद दिलाया गौरव देखो, उस नालंदा की उन्नति देखो
आओ झांकी एक सजाएं, दुर्गा लक्ष्मी या नीरा की
जहाँ कल्पना बीना भी हो ,राजमनी या जगरानी की
करें आरती उनकी देखो , जली क्रांति की होली को देखो
बलिदानों की गाथा गायें, कीर्ति उनकी अमर कथाएं
आज करें वन्दन अभिनंदन, देश प्रेम के गीत सुनाएँ
अग्नी कन्या बीना देखो , काकोरी की झांकी देखो