भारतीय नारी
भारतीय नारी
समस्त सृष्टि लोक में स्वयं सुवर्ण नायिका।
समग्र भूमिका महान दिव्य लोक गायिका।
विशाल वक्ष दिव्य चक्षु स्नेह भव्य सौम्यता।
विराट भू-धरा समान स्वच्छ व्योम रम्यता।
सराहनीय शुद्ध गंध शांत वायु अस्मिता।
सहर्ष सृष्टि कामाना अजेयता विशेषता।
सहिष्णु सर्व रूपसी अनन्य सुन्दरी सदा।
मही अनंत सुष्ठ सत्य मोहनीय सर्वदा।
सुलक्षणा सुलोचना सुधारनी सुहागिनी।
सदैव हीर रत्नगर्भ प्रेम सिन्धु गामिनी।
करो सदैव मान-जान अद्वितीय नारियां।
असीम प्रीति रंगिनी पुनीत स्तुत्य नारियां।
सहानुभूति प्यार दूत स्पष्ट नित्य नारियां।
सदैव भारतीयता अमूल्य धन्य नारियां।
समूल पृष्ठभूमि नव्य-भव्य शुभ्र नारियां।
गुणी प्रयत्नशील वंदनीय पूज्य नारियां।
काव्य रत्न डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।