Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2022 · 4 min read

भागेसर भांग भंडार (हास्य कटाक्ष)

बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे एहनो कहू जे मोन होय से बजैत रहतै भागेसर? कहअ त साइन बोर्ड पर लिखने छै भांग भंडार आ हमरा पट्टी पढ़बैए दे हमरा देखबा मे दोख यै. अईं हौ भागेसर पंडा एतेक भंगीयाह भऽ गेल? कहअ त मंदिर कात मे भांगक दोकान खोलबाक कोन काज रहै? दोकान खोललक उ आ भागेसर के बौह हमरा दस दस हजार गरिअबैए जे इहे सरधुआ बाबा सीखोने हेतै दोकान करै लै. भने तै तरे बाबो मंगनी मे भांग भोकसत किदैन कहाँ सब?

हम्मे बाबा स पुछलियौ की होलै हौ बाबा? काहे लै एतेक खिसिआएल छहू भागेसर की क देलकौ? की लोक सब आई पूजा करै राल रूप्पा नै चरहेलकौ? की भागेसर तोरा पान मे भांग मिला खुआ देलकौ हौ बाबा? हमर गप सुन के बाबा बोललकै हौ कारीगर तहूं भंगीयाह गप करै छह आईं हौ भागेसर दुआरे हमर जान अवग्रह यै आ तोरा मजाक बुझाई छह? हम्मे बोलली हौ बाबा तोंई एतना बोल्हू ने जे होलौ की? बरगांही के आई भागेसरो पंडा ठीक हो जेतौ की? ब्रेकिंग न्यूज़ बना दै छिहो भागेसर पर तब त ऊ तोरा संगे बदमाशी नै बतिएतौ? भागेसर कोनो रंगदारी हो गेलै जे बाबा संगे उल्टा सीधा बोलतै? बाबा बजलै ई कहअ त तूं मीडिया सब फोटो घिचै छहक आ वीडियो रेकर्ड तेकरा की कहै छहक? हम बजली स्टील फोटोग्राफी आ वीडियो फूटेज? सैह कहअ त उहो फूटेज सब में त भांगे लीखल औतै ने? पान लिखल की अपनेमने गूगल स डाउनलोड भऽ जेतै?

बाबा हां हां के बोलै लगलै हौ कारीगर की फसाद करबह ब्रेकिंग न्यूज आ लोक हित के मुख्य ख़बैर त तूं मीडियावला सब अवोपित कए दै छहक आ सोशल मीडिया पर भ्रामक बना लोक के लड़ा देबाक फिराक मे रहै छह? हम्मे बाबा स फेर पुछली उहे त हम्मे कह रहलियौ जे मुख्य घटना की है से बोल्हू ने. हमर गप सुन बाबा बोललकै अच्छा पहिने तमाकुल खुआबह त कहै छिअह भागेसर के सबटा खेरहा. फेर हम्मे बाबा के खैनी बना के देली औरी कैमरा चालू कर देलियै. तमाकुल खा के बाबा बोले लगलै हौ कारीगर ई कहअ त मीडिया लिखल कहूँ डीबिया देखेतै? हम्मे बोललियै नै हौ बाबा? त फेर भांग लिखलाहा पान केना देखेतै? पिपराघाट चौक सब पर पान दोकान देखबहक जे झकास/बिकास/गूगल पान भंडार? आ ई पान दोकान वला सब चोरा रे भांगक गोली बेचतह आ अपनो खेतह? भागेसर त खुलेआम पर उतारू भऽ गेल भागेसर भांग भंडार? कहअ त मद्य निषेध विभाग के नजैर परतै त भागेसर संगे हमरौ जहल जाइ पड़त?

हम्मे कहलियै बात मे त दम हौ बाबा? उ बोललकै हौ दम फम छोड़ह आ असली मुद्दा पर आबह? हौ की कहिअह अइ हेहरा भागेसर के कतेक बेर बुझौलियौ जे भांग नै खा नै बेचह? तइयो ई नै मानलक आ मंदिर लक भांगक दोकान खोलि लेलक. भैर गिन भांग घोटने रहैए आ गीत गौतह जे हम आनंदे रहबै यौ बमभोला के दरबार मे आनंदे रहबै यौ? कहअ त कमेतै खटेतै नै त कोना आनंदे रहतै? एहेन भ्रम मे रहबाक कोन प्रयोजन? बज्र कोंढ़िया लाथ केहेन करतह जे विद्यापति सेहो भांग पबैत छलाह तैं हमहू पाएब आ ऊगना के आनब. ई भंगखौक भागेसर लक त फूगनो ने आउत.

कैमरा लाइब चालू रहै आ बाबा बोलैत रहै हौ मिथिलाक घरे घर चोरा नुका बहला फुसला भांग खाएल खुआएल जाइ छै. आ यथार्थ बजला पर इ भंगपीबाह सब गलथोथरी चालू कए देतह? अपराध करतह आ किन्नौ ने मानतह? भागेसर पंडा के एतेक मना केलहुँ तइओ ई चोरा के पेरा मे भांग मिला बेचह लागल. जे सब जल चढ़बै लै अबैए भांगक नीशा मे ओघंरा पोंघरा हमरा देह पर खसैए. हइए जै डब्लू डब्लू ई मे रेसलिंग भ रहल जेना? अहिना एक दिन भागेसर बसहो बरद के घास मे भांग मिला कुट्टी काइट खुआ देलकै आ से ओई दिन बसहो बरद ततेक दौगान दौगेलक से की कहिअह. खाली बड़बड़ाइ सबटा मैथिलीए छै? कहअ त अंगिका बज्जिक्का, ठेठी, राड़ बोली, कोसिकन्हा बोली सबटा कै अप्पन मौलिक स्वरूप छै त फेर मैथिली कोना भऽ गेलै? आ ज मैथिलीए छै त लिखबा बजबा काल ओई बोली सबके मोजर किए नै? मानक के बहन्ना कए बहुजन संगे चिटींगबाजी करै जाइ गेलै आ से यथार्थ स्वीकारबो नै करै जेतह? भंगघोटहा मैथिल सब?

बाबा स हम प्रशन केली हो बाबा अंत मे तोंई मिथिला समाज के की कहबहू? बाबा बोललकै हम मिथिला लोक के यैह कहबै जे इ सब बाकुट के बाकुट भांग नै खाइ जाए. भंगपनी छोड़ि यथार्थ के स्वीकारैत मिथिला के लोकहितकारी बनबै जाउ? साहित्यिक गप नाद आयोजन सब के छापि मैथिली वला पत्रकारिता कहि पुरूस्कारो बांटी लेतह? कहअ त एहनो बुढ़िया फूइस पत्रकारिता भेलैए? कहला पर मैथिल होहकारी सब हमरे कुंठित मंचलोभी कहि भंगियाह भेल गलथोथरी करै जेतह? कहअ एना मे मिथिला मैथिली केना विकास करतै? आईं मैथिली साहित्यक नाम पर गोंधियागिरी चालबाजी? लोक हितक गप कतौह छै मैथिली साहित्य मे? नै ने? भांगक निशा मे मिथिला मातल यै लेकिन स्वीकारह बेर गलबज्जी दाबी? भोजकाज मे त एतुका लोक भांग खा दू दू सै पीस रसगुल्ला खा जेतह? पूजा पाठक नाम पर भइर भइर दिन लाउडिस्पीकर घनघनौने रहतह की?

लेखक- डाॅ. किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)

407 Views
Books from Dr. Kishan Karigar
View all

You may also like these posts

लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
नए ज़माने की जीवन शैली
नए ज़माने की जीवन शैली
Pushpa Tiwari
* भीम लक्ष्य **
* भीम लक्ष्य **
भूरचन्द जयपाल
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
Sonam Puneet Dubey
"नींद से जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
महुआ फूल की गाथा
महुआ फूल की गाथा
GOVIND UIKEY
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
Dr Archana Gupta
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
अमित
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
Manju sagar
*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां
मां
Dr.Priya Soni Khare
हरा नहीं रहता
हरा नहीं रहता
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
अनंत प्रकृति का नव आगमन
अनंत प्रकृति का नव आगमन
Anant Yadav
बहू
बहू
Buddha Prakash
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
आओ घर चलें
आओ घर चलें
Shekhar Chandra Mitra
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
One of the biggest red flags in a relationship is when you h
पूर्वार्थ
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
मन्दिर, मस्ज़िद धूप छनी है..!
पंकज परिंदा
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य)
मोहित शर्मा ज़हन
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हृदय की बेचैनी
हृदय की बेचैनी
Anamika Tiwari 'annpurna '
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ज्यों स्वाति बूंद को तरसता है प्यासा पपिहा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Surinder blackpen
Loading...