भाई से सन्देश ये कहना
भाई से सन्देश ये कहना
अम्बर के चंदा जरा सुनना
भाई से सन्देश ये कहना…..
जब से गये हैं हमसे बिछड़कर
एक नजर ना देखी पलभर
उन सा कोई और कही ना
भाई से सन्देश ये कहना…..
आखों से सब ख्वाब है टूटा
आश भरी हर सांस है छूटा
उनके बिना सूना घर-अंगना
भाई से सन्देश ये कहना…..
इतने दूर गए हैं वो तो
कैसे भेजूं राखी उनको
कोई पता ना कोई ठिकाना
भाई से संदेश ये कहना…..
मौसम आते-जाते रहेंगे
वो ना मिलेंगे अब ना दिखेंगे
तड़पाता है स्नेह पुराना
भाई से सन्देश ये कहना …..
अम्बर के चंदा जरा सुनना.
भारती दास ✍️