Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2018 · 1 min read

भाई दूज-हाइकु

1
है भाई दूज
मुदित है यमुना
पधारे यम
2
शुभकामना
भाई दूज के दिन
दीर्घायु भाई
3
अतुल प्यार
भाई का जयकार
भईया दूज
-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
1 Like · 256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिस देश मे पवन देवता है
जिस देश मे पवन देवता है
शेखर सिंह
डॉक्टर
डॉक्टर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
बेवफ़ा
बेवफ़ा
singh kunwar sarvendra vikram
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
Neelofar Khan
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
*जाने क्या-क्या सोचकर, ससुराल जाती बेटियाँ(गीतिका)*
*जाने क्या-क्या सोचकर, ससुराल जाती बेटियाँ(गीतिका)*
Ravi Prakash
ज्योतिर्मय
ज्योतिर्मय
Pratibha Pandey
महाभारत का युद्ध
महाभारत का युद्ध
SURYA PRAKASH SHARMA
राधा के दिल पर है केवल, कान्हा का अधिकार
राधा के दिल पर है केवल, कान्हा का अधिकार
Dr Archana Gupta
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
Akash Agam
मन के द्वीप
मन के द्वीप
Dr.Archannaa Mishraa
मेरी माँ
मेरी माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
जिसको भी चाहा तुमने साथी बनाना
gurudeenverma198
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
Kalamkash
दिल में एहसास
दिल में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मेरे कुछ मुक्तक
मेरे कुछ मुक्तक
Sushila joshi
कभी तो ये शाम, कुछ यूँ गुनगुनाये, कि उसे पता हो, इस बार वो शब् से मिल पाए।
कभी तो ये शाम, कुछ यूँ गुनगुनाये, कि उसे पता हो, इस बार वो शब् से मिल पाए।
Manisha Manjari
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
**** रक्षाबंधन का त्योहार आया ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
#विशेष_दोहा-
#विशेष_दोहा-
*प्रणय*
ऋण चुकाना है बलिदानों का
ऋण चुकाना है बलिदानों का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हुईं क्रांति
हुईं क्रांति
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
summer as festival*
summer as festival*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जलते हुए चूल्हों को कब तक अकेले देखेंगे हम,
जलते हुए चूल्हों को कब तक अकेले देखेंगे हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
किताबों की कीमत हीरे जवाहरात से भी ज्यादा हैं क्योंकि जवाहरा
किताबों की कीमत हीरे जवाहरात से भी ज्यादा हैं क्योंकि जवाहरा
Raju Gajbhiye
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
Pramila sultan
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
कभी-कभी डर लगता है इस दुनिया से यहां कहने को तो सब अपने हैं
Annu Gurjar
Loading...