भाईचारा
बन्द कर दो साँस,क्योंकि लाश
और माँस ही सियासत का सहारा है।
लड़ा दो कौम को कौम से,
सुकून नहीं देता हमें, ये भाईचारा है।
-©नवल किशोर सिंह
बन्द कर दो साँस,क्योंकि लाश
और माँस ही सियासत का सहारा है।
लड़ा दो कौम को कौम से,
सुकून नहीं देता हमें, ये भाईचारा है।
-©नवल किशोर सिंह