भांति भांति जिन्दगी
भांति भांति जिन्दगी
अलग अलग अहसास,
कोई मौज में जी रहा
कोई बटोर रहा आस।
सुख-दुख दोनों भाई-बहन
बारी-बारी से आयेंगे,
कुछ मीठे-खट्टे अहसास कराकर
फिर वापस लौट जायेंगे।
जीवन में समभाव के लिए
इनका होना बहुत जरूरी है
अन्यथा जीवन में लगता है,
कुछ तो अभी अधूरी है।