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21 May 2024 · 1 min read

भांति भांति जिन्दगी

भांति भांति जिन्दगी
अलग अलग अहसास,
कोई मौज में जी रहा
कोई बटोर रहा आस।

सुख-दुख दोनों भाई-बहन
बारी-बारी से आयेंगे,
कुछ मीठे-खट्टे अहसास कराकर
फिर वापस लौट जायेंगे।

जीवन में समभाव के लिए
इनका होना बहुत जरूरी है
अन्यथा जीवन में लगता है,
कुछ तो अभी अधूरी है।

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