भले बुरे की सीख
मिलती है परिवार से,भले बुरे की सीख ।
आदर्शों में जो पला , बना सदा तारीख़ ।।
बना सदा तारीख़ , ज़मानें गुण हैं गाते ।
जो भी रहें विनीत, याद वो हरदम आते ।।
कहते श्री कविराय,डाल जब भी हिलती है ।
रहे शिखर जो ओस,सदा मिट्टी मिलती है ।।