भला कहे
भला कहे या करे बुरा,
अंतस से छुपे कैसे,
टूट गये धार्मिक तगड़ी,
सहज हो महज वैसे।।
फनकार तो तुम हो ही,
बन गये पतनकार,
थोडे तो रहम कीजिये
भूल गये नमस्कार।।
भला कहे या करे बुरा,
अंतस से छुपे कैसे,
टूट गये धार्मिक तगड़ी,
सहज हो महज वैसे।।
फनकार तो तुम हो ही,
बन गये पतनकार,
थोडे तो रहम कीजिये
भूल गये नमस्कार।।