*भरोसा हो तो*
भरोसा हो तो
चुप्पी भी समझ में आती है..
अन्यथा
शब्दों के भी गलत अर्थ निकलते हैं !
जय सेवा
जय जोहार
भरोसा हो तो
चुप्पी भी समझ में आती है..
अन्यथा
शब्दों के भी गलत अर्थ निकलते हैं !
जय सेवा
जय जोहार