भटक रहे अज्ञान में,
भटक रहे अज्ञान में,
लोग मुझे है खेद
हैं ईश्वरीय ज्ञान के,
स्रोत निराले वेद
महावीर उत्तरांचली
भटक रहे अज्ञान में,
लोग मुझे है खेद
हैं ईश्वरीय ज्ञान के,
स्रोत निराले वेद
महावीर उत्तरांचली