Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2021 · 1 min read

भटकत आत्मा

जल्दी से
आजा इहां
तू चाहे
होखअ जहां
तहके पूछीं
हम केसे
तहके ढूंढ़ीं
हम कहां…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
Tag: गीत
215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
*प्रणय प्रभात*
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
दिल तुझे
दिल तुझे
Dr fauzia Naseem shad
कमली हुई तेरे प्यार की
कमली हुई तेरे प्यार की
Swami Ganganiya
"डिब्बा बन्द"
Dr. Kishan tandon kranti
ज्ञानमय
ज्ञानमय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जिंदगी का नशा
जिंदगी का नशा
Chitra Bisht
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
बच्चे ही अच्छे हैं
बच्चे ही अच्छे हैं
Diwakar Mahto
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल
Meenakshi Masoom
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
3152.*पूर्णिका*
3152.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#लेखन कला
#लेखन कला
Radheshyam Khatik
हम भी देखेंगे ज़माने में सितम कितना है ।
हम भी देखेंगे ज़माने में सितम कितना है ।
Phool gufran
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
Ajit Kumar "Karn"
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
घर से निकले जो मंज़िल की ओर बढ़ चले हैं,
घर से निकले जो मंज़िल की ओर बढ़ चले हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अबूजा और शिक्षा
अबूजा और शिक्षा
Shashi Mahajan
इशारा नहीं होता
इशारा नहीं होता
Neelam Sharma
रास्ते
रास्ते
Ritu Asooja
बीजः एक असीम संभावना...
बीजः एक असीम संभावना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
Madhuyanka Raj
अवसाद
अवसाद
Dr. Rajeev Jain
Loading...