Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2023 · 1 min read

भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।

भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
हमारे तड़पते दिलों के लिए ज़रा आराम तो लाया।
बहुत नासमझ, निराश,दिशा विहीन से थे हम सब,
सूर्य की किरणों सा चमकता एक आयाम तो आया।
Blackpen

1040 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

हमदर्द तुम्हारा
हमदर्द तुम्हारा
ललकार भारद्वाज
Subject: fragrance
Subject: fragrance
Priya princess panwar
"टुकड़ा आईने का"
Dr. Kishan tandon kranti
■ बड़ा सवाल ■
■ बड़ा सवाल ■
*प्रणय*
बांध रखा हूं खुद को,
बांध रखा हूं खुद को,
Shubham Pandey (S P)
पारितन्त्र
पारितन्त्र
Madhuri mahakash
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
बुद्ध चाहिए युद्ध नहीं / रजनी तिलक (पूरी कविता...)
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सिंहावलोकन
सिंहावलोकन
आचार्य ओम नीरव
मैं कभी किसी के इश्क़ में गिरफ़्तार नहीं हो सकता
मैं कभी किसी के इश्क़ में गिरफ़्तार नहीं हो सकता
Manoj Mahato
ग़ज़ल _ टूटा है चांद वही , फिर तन्हा - तन्हा !
ग़ज़ल _ टूटा है चांद वही , फिर तन्हा - तन्हा !
Neelofar Khan
सहज कलेजा चीर
सहज कलेजा चीर
RAMESH SHARMA
सायली छंद
सायली छंद
sushil sharma
गांव
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किसी तरह मां ने उसको नज़र से बचा लिया।
किसी तरह मां ने उसको नज़र से बचा लिया।
Phool gufran
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
विक्रम कुमार
चंदन का टीका रेशम का धागा
चंदन का टीका रेशम का धागा
Ranjeet kumar patre
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
4441.*पूर्णिका*
4441.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुनिया की कोई दौलत
दुनिया की कोई दौलत
Dr fauzia Naseem shad
अविरल होती बारिशें,
अविरल होती बारिशें,
sushil sarna
रिश्ते
रिश्ते
Ashwini sharma
जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है ,
जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है ,
Manju sagar
हेेे जो मेरे पास
हेेे जो मेरे पास
Swami Ganganiya
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
कान्हा भक्ति गीत
कान्हा भक्ति गीत
Kanchan Khanna
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
आँखें कुछ ख़फ़ा सी हो गयी हैं,,,!
पंकज परिंदा
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं पापा की परछाई हूं
मैं पापा की परछाई हूं
ज्योति
छिन्नमस्ता
छिन्नमस्ता
आशा शैली
Loading...