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26 Jun 2024 · 1 min read

भक्ति

भक्ति (डमरू वर्ण पिरामिड)

है भक्ति जागरण
प्रीति आवरण
उर तारण
अकारण
स्नेहिल
मन
है
है
अति
मादक
सुखदायी
कोमल मन
का है वरदायी
सर्वांग मनोहर।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 35 Views

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